रायपुर. लगातार सभी चुनावों में हार रही छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) बीजेपी (BJP) को अब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की ट्यूशन (Tution) लगाई जाएगी. केंद्रीय नेतृत्व से छत्तीसगढ़ बीजेपी संगठन को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वह पार्टी के नेताओं को आरएसएस की नियमित क्लास (Class) में भेजें. छत्तीसगढ़ बीजेपी के नेताओं को केंद्रीय नेतृत्व ने हिदायत दी है कि वह नियमित रूप से संघ की पाठशाला में जाएं. दरसअल, चुनावों में लगातार हार और गुटबाजी, बीजेपी की छत्तीसगढ़ इकाई में आम हो गई है. यही नहीं केंद्रीय नेताओं को लगता है कि बीजेपी के नेताओं की विचारधारा और व्यवहार ठीक वैसे ही हो गए हैं, जैसे अमूमन कांग्रेस में दिखाई देती है. पार्टी कैडर बेस मानी जाती थी, लेकिन अब बीजेपी में व्यक्तिवाद काफी हावी हो गया है. वहीं पिछले दिनों भोपाल में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) ने राज्य के बीजेपी के शीर्ष नेताओं को यह भी कहा है कि ज्यादा से ज्यादा प्रोफेशनल्स को आरएसएस की क्लास तक पहुंचाएं.
बीजेपी की दलील
बीजेपी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ.रमन सिंह (Dr. Raman Singh) का कहना है कि कोई जबर्दस्ती तो कभी नहीं की जाती, सब उस विचारधारा से प्रभावित हैं, इसलिए जाते हैं. संघ में देशहित में बहुत सारी बातें सिखाई जाती हैं. पार्टी के ही कई पुराने नेताओं का कहना है कि नए और युवा नेता लगातार पार्टी के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. वहीं उनमें पार्टी अनुशासन के प्रति उदासीनता भी देखी जा रही है. छत्तीसगढ़ में बीजेपी को इससे भी सबसे ज्यादा नुकसान तो हो ही रहा है, वहीं पार्टी की छवि भी खराब हो रही है. हर नेता दूसरे नेता की टांग खींचने में लगा है. वहीं पार्टी में बिखराव साफ नजर आ रहा है. केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि संघ की घुट्टी या कहें घुड़की ही इस स्थिति को संभाल सकती है.
कांग्रेस ने साधा निशाना
वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी मोहन मरकाम (Mohan Markam) का कहना है कि बीजेपी को आरएसएस की क्लास से फायदा कम, नुकसान ही ज्यादा होगा. इन कवायदों से बेहतर है कि जमीन पर काम करना चाहिए. उनका कहना है कि पार्टी के नेता जमीनी स्तर पर काम करना ही भूल गए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछली गलतियों से सीखा. कार्यकर्ताओं के साथ बड़े नेता जुड़े, नतीजा सबके सामने है. बीजेपी अपने मौजूदा हालात से निपटने के लिए तमाम तरीके की कवायद कर चुकी है, लेकिन कोई खास फायदा नहीं हुआ.