*बंद कर दे झूठी खुशियों का द्वार*
(ज्योति भदोरिया)
संसार में आज हर व्यक्ति एक दोहरी जिंदगी जी रहा है या यूं कहें कि हम हैं कुछ और दिखाते कुछ और हैं ।आज के युग के मनुष्य पर हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और की कहावत चरितार्थ होती है। अपने आसपास झूठी खुशियों का डेरा हमने खुद ही डाला है। जरा विचार कीजिए कि जब कोई आप से पूछता है कि आप किस हाल में है आप जवाब देते हैं मैं अच्छा हूं भले ही आप जीवन की किन्हीं भी परेशानियों से जूझ रहे हो इसके बावजूद भी हम सिर्फ यही दर्शाते हैं कि हमारी जिंदगी में सब कुछ ठीक है।
संसार में ऐसा कोई भी प्राणी नहीं है जिसकी जिंदगी में उतार-चढ़ाव ना हो आप कभी दिल के अस्पताल में जाएं तो ईसीजी मशीन में यह जरूर देखें कि मरने वाले व्यक्ति की धड़कनों वाली रेखा एकदम सीधी हो जाती है तब वह व्यक्तिमृत्यु को प्राप्त हो जाता है लेकिन जब तक वह व्यक्ति जीवित है यह रेखा हमें एक उतार-चढ़ाव के रूप में नजर आती है , गौर करने वाली बात यह है कि जब एक मशीन हमारे जिंदा रहने को टेढ़ी-मेढ़ी लकीरों के द्वारा दर्शाती है तो आपके जीवन में उतार-चढ़ाव होना कौन सी बड़ी बात है ।
हमारे धर्म ग्रंथों में स्पष्ट लिखा है कि किसी भी प्राणी को मनुष्य का जीवन चौरासी लाख योजन के बाद मिलता है तो फिर इतनी अनमोल चीज का आनंद उठाने के लिए हमें जरा भी कष्ट को सहना ना पड़े यह बात तो असंभव सी नजर आती है।लेकिन जीवन में आने वाली परेशानियों का उद्देश्य आपको एक सही राह दिखाना और सफलता की ओर ले जाना होता है ना कि पीछे की ओर धकेलना। और जिंदगी में जो परेशानियां हमें हमारे कर्म के कारण हैं जिंदगी हमें उन्हें एक सुधारने का मौका जरूर देती है जिसे हम कल कहते हैं , लेकिन यह जिंदगी भी बड़ी चालाक है हमें
नया कल देकर एक उम्र छिनती जा रही है । और हम अपने कल को बेहतर बनाने में इतना व्यस्त हैं कि हम अपने आज को जीना भूल गए हैं और यही कारण हमारी जिंदगी में परेशानियों का असल कारण भी यही है और हमारी खुशियों के छिन जाने की वजह भी। क्योंकि कल की परेशानी के लिए परेशान होने से वह खत्म नहीं हो जाती बल्कि आज का सुकून भी छीन लेती है
मान लीजिए कि आपको पता चले आज आपकी जिंदगी का आखरी दिन है तो इस पूरे दिन में आप क्या करना चाहेंगे ?जाहिर सी बात है कि आपने जिनका दिल दुखाया है उनको माफ करना चाहेंगे इस पूरे एक दिन आप सिर्फ खुश रहना चाहेंगे और नजरअंदाज करेंगे उन बातों को जिनकी वजह से आपको तकलीफ होती है क्योंकि अंतिम समय मैं आपको जिंदगी की कीमत समझ आती है तो जरा विचार कीजिए कि यह काम कौन सा बड़ा कठिन है जिसको हम रोज नहीं कर सकते है किसी को माफ करना क्या इतना मुश्किल है ?अगर आप अपनी जिंदगी में खुशियां चाहते हैं तो मन में किसी भी तरह का बोझ लेकर ना चले आप जितनी जल्दी खुदा से खुद को माफ कर देने की इच्छा रखते हैं उसी तरह दूसरों को भी उतनी जल्दी माफ कर दिया करें इससे आपका मन भी हल्का होगा और आप एक खुशी भी महसूस करेंगे
ध्यान रखें कि इस दुनिया में सत्य को छोड़कर शेष सब कुछ मिथ्या है और जब इस संसार में कुछ भी स्थाई नहीं है यहां तक कि धन, रिश्ते नाते ,घर द्वार सब कुछ फिर हमारा गम स्थाई क्यों है? क्यों हम पुरानी बातें जिन्हें हम मिटा नहीं सकते उनको याद करके अपना आज बर्बाद करते हैं जब हम एक ही मजाक पर बार बार मुस्कुरा नहीं सकते तो, फिर एक ही गम पर बार-बार दुखी क्यों हो जाते हैं? कभी खुद से यह सवाल कीजिए।
आप इस संसार के हर एक प्राणी से झूठ बोल सकते हैं लेकिन आप अपने मन से कभी झूठ नहीं बोल सकते ,कभी बैठ कर खुद से सवाल करें क्या आप सच में खुश है यह सिर्फ समाज को दिखाने के लिए खुश है।
वैसे किसी ने सच ही कहा है कि" खूबसूरत है जिंदगी बस अपना ख्याल कर, रख खुशी का हर पल तस्वीर में डालकर " लेकिन आज के समय में हम तस्वीरों के पीछे इतना वाबले हुए जाते हैं कि जिंदगी में तस्वीर नहीं बल्कि तस्वीरों में जिंदगी डालना भूल गए हैं। अपने चित्रण की फोटो में हर व्यक्ति मुस्कुराता हुआ नजर आता है लेकिन असल जिंदगी में कितने लोग खुश हैं इसका जोड़ घटाना अगर किया जाए तो एक निराशा हमारे हाथ लगेगी ।जरा विचार कीजिए क्या तस्वीरों में मुस्कुराना ही काफी है?
याद रखें कि जिंदगी एक दर्पण की तरह है अगर आप उस पर हंसते हैं तो वह आपको भी हंसा जरूर देती है । जिंदगी एक खेल है जिसमें सिर्फ वही खिलाड़ी ज जीतता है जिसे मुस्कुराना आता है । तो मुस्कुराइए लेकिन सिर्फ तस्वीरों में नहीं अपने मन में और अपनी असल जिंदगी में। और धन्यवाद कीजिए खुदा का जिन्होंने आपको मनुष्य के रूप में धरती पर भेजा है तुम मुस्कुराते हुए खुदा का धन्यवाद कीजिए।
जिस दिन आपको मुस्कुराने के लिए किसी वजह की तलाश नहीं होगी उस दिन आप सच्चे मायनों में जिंदगी जीना सीख जाएंगे किसी ने सच ही कहा है कि
"छू ले आसमान जमीन की तलाश ना कर जी ले जिंदगी खुशी की तलाश ना कर तकदीर बदल जाएगी खुद ही मेरे दोस्त सीख ले मुस्कुराना वजह की तलाश ना कर। "
अब जिंदगी आपकी है और फैसला भी आपका।